जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि मध्य अफ्रीकी देश कांगों में खतरनाक इबोला विषाणु से प्रभावित लोगों को बचाना बहुत ही जटिल काम है क्योंकि यहां आवश्यक चिकित्सा उपकरण पहुंचाना काफी कठिन काम है तथा विभिन्न गुटों के बीच झड़पें जारी हैं। आपातकालीन तैयारी एवं प्रतिक्रिया विभाग के उप महानिदेशक डॉ पीटर सलामा ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा "हम जानते हैं
कि इस विषाणु की चपेट में आकर 20 लोगों की मौत हो चुकी है। सलामा ने कहा कि हम अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि सभी मरने वाले इबोला विषाणु की ही चपेट में आये हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि आने वाले हफ्तों में इस विषाणु से प्रभावित लोगों की संख्या बढ सकती है। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने एक सप्ताह पहले कांगो में इबोला विषाणु की समाप्ति की घोषणा की थी।