वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना किसी पूर्व शर्त के ईरानी नेताओं से मिलने की इच्छा व्यक्त की है। ट्रम्प ने कहा कि ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए वह बिना किसी पूर्व शर्त के ईरानी नेताओं से मिलने के लिए तैयार हैं। ट्रम्प ने कहा, 'यदि वे मिलना चाहते हैं, तो हम मिलेंगे।' ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात को लेकर पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'मैं किसी के साथ भी मिलूंगा। मैं बैठकों में विश्वास करता हूं, विशेष रूप से उन मामलों में जहां युद्ध का खतरा बना हुआ है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इटली के प्रधानमंत्री के साथ सोमवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'यदि वे मिलना चाहते हैं तो मैं निश्चित रूप से ईरान से मिलूंगा। मुझे नहीं पता कि वे अभी तैयार हैं। मैंने ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग किया। यह एक बेतुका समझौता था। मुझे विश्वास है कि वे शायद मिलना चाहते हैं और मैं किसी भी समय मिलने के लिए तैयार हूं।' अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तल्ख हुए हैं। मई में श्री ट्रम्प ने इस अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी।
दोनों देशों की ओर से की गई थी तल्ख टिप्पणी
उल्लेखनीय है कि 22 जुलाई को ट्रम्प ने एक ट्वीट कर ईरानी राष्ट्रपति को चेतावनी देते हुए कहा, 'अमेरिका को कभी भी धमकी न दें अथवा आप ऐसे परिणामों का सामना करेंगे, जिससे अब तक इतिहास में कुछ ही पीड़ित हुए हैं। अब हम एक ऐसा देश नहीं हैं जो हिंसा और मौत के लिए आपके विक्षिप्त शब्दों के लिए खड़े रहेंगे। सचेत रहो।
इससे कुछ घंटे पहले ही ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने एक ट्वीट कर अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी कि अमेरिका ईरान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीतियां न अपनाये अन्यथा 'ईरान के साथ युद्ध नहीं महायुद्ध' के लिए तैयार रहे। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।