लाहौर। भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल की सजा काट रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरयम नवाज को सुरक्षा कारणों से अदियाला जेल से हटाकर सिहला रेस्ट हाउस भेजने का फैसला लिया गया है। इन दोनों के लिए इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में स्थित इस रेस्ट हाउस को ही जेल में बदल दिया गया है। जेल अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार सुबह कुछ कैदियों द्वारा शरीफ के खिलाफ नारेबाजी किए जाने के बाद सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है।
डॉन न्यूज के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री जब सुबह के समय चहलकदमी करते हुए अपनी बैरक से बाहर निकले तभी कुछ कैदियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद से जेल अधिकारियों ने शरीफ की गतिविधियों को सीमित कर दिया है। उनको जेल की मस्जिद में नमाज प़़ढने से भी रोक दिया गया है। अदियाला जेल में खूंखार अपराधियों और आतंकियों तक को रखा जाता है। इस लिहाज से भी जेल प्रशासन तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज के लिए इसे असुरक्षित मान रहा है।
जरदारी भी रह चुके हैं रेस्ट हाउस में
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी भी सिहला रेस्ट हाउस में रह चुके हैं। 1996 में जब बेनजीर भुट्टो की सरकार को राष्ट्रपति फारूख लेघारी ने बर्खास्त किया था, तो जरदारी को गिरफ्तार कर इसी रेस्ट हाउस में रखा गया था। 13 जुलाई को शरीफ (68) और मरियम (44) को लंदन से लाहौर लौटते ही एयरपोर्ट पर एवेनफील्ड मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें अदियाला जेल भेजा गया। बता दें कि नवाज शरीफ को दस साल और मरियम को सात साल कारावास की सजा दी गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिहाला पुलिस कॉलेज के परिसर में बम निरोधक दस्ते ने पूरी छानबीन कर ली है। रेस्ट हाउस को उप-कारागार के तौर पर घोषित कर दिया गया है और सिहाला की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि जेल में आतंकी मामलों में दोषी हाई प्रोफाइल कैदी मौजूद हैं जिसके कारण नवाज शरीफ असुरक्षित हैं। हालांकि उनके और उनकी बेटी के लिए यहां सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।