कैनबरा। आॅस्ट्रेलिया डेढ़ लाख मगरमच्छों का घर है और ये आए दिन किसी नागरिक पर हमला करते रहते हैं। परेशान आॅस्ट्रेलिया ने इनसे बचने के लिए वही तरीका अपनाने का फैसला लिया है, जिसके जरिए कभी शार्क के हमलों से नागरिकों को बचाया गया था। दरअसल आॅस्ट्रेलिया अब इसके लिए ड्रोन की मदद लेने जा रहा है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को यह बताया कि ड्रोन के जरिए पानी में मगरमच्छों की हलचल और आवाजाही पर नजर रखी जाएगी। क्वींसलैंड प्रांत के लाइफगार्ड उन स्थलों पर शीघ्र ही ड्रोन की मदद लेंगे, जहां लोग बड़ी संख्या में तैयारी के लिए आते हैं। इस तकनीक के प्रयोग का फैसला इसलिए लिया गया है, क्योकि इससे पहले शार्क के हमलों से लोगों को बचाने में इसका प्रयोग बेहद कारगर रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार क्वींसलैंड के एक किलोमीटर के दायरे में एक मगरमच्छ है, जबकि पड़ोस के नॉर्दर्न टेरिटरी में एक किलोमीटर में इनकी संख्या पांच से दस है। क्वींसलैंड के वन्यजीव अधिकारियों ने पिछले साल रिहाइशी इलाकों से 84 मगरमच्छ हटाए थे। वहीं, बीते सोमवार को नॉर्दर्न टेरिटरी की कैथरीन नदी से 16.5 फीट लंबा विशालकाय मगरमच्छ पकड़ा गया। वन विभाग के अधिकारी वर्ष 2010 से करीब 600 किलोग्राम के इस मगरमच्छ की तलाश में थे। इसकी उम्र करीब 60 साल बताई जा रही है। अगर ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल पहले किया गया होता तो शायद उसे पकड़ने में इतना समय नहीं लगता।