बैंकॉक। थाईलैंड के फकेट द्वीप के पास पिछले सप्ताह हुई नाव दुर्घटना में अंडमान सागर से बचाव कार्यकताओं ने तीन और शव बाहर निकाले। अधिकारियों और मृतकों के रिश्तेदारों ने नाव दुर्घटना में मारे गये 40 से ज्यादा लोगों की पहचान कर ली है।
फोनिक्स पर्यटक नाव में गुरुवार को 89 पर्यटकों समेत 101 लोग सवार होकर छोटे से द्वीप में पहुंचने के लिए सागर में उतरे जिनमें से दो पर्यटक चीन के भी शामिल थे। नाव में 12 थाई क्रू सदस्य भी थे। नौसेना कमांडर ने संवाददाताओं को बताया कि थाईलैंड के पश्चिमी तट के पास प्रसिद्ध होली डे द्वीप फुकेट के पास से तीन और शवों को बाहर निकाला गया।
एक शव फीफी द्वीप के मिला। अधिकारियों ने मंगलवार को 40 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है जिसे अब तक की सबसे भीषण दुर्घटना माना जा रहा है और इसके लिए सुरक्षा मानकों का पालन न करना माना जा रहा है। कमांडर ने कहा कि नाव दुर्घटना में 54 लोगों को बचाया गया है और अब अगर मौसम ने साथ दिया तो लापता लोगों की तलाश जारी रहेगी। उन्होंने बताया समुद्री हवाएं तेजी से चल रही हैं और डूबी हुई नाव को बाहर निकालने का काम अभी रुका हुआ है।
उधर, उप प्रधानमंत्री पराविट वांगसुवान ने सोमवार को दिये अपने बयान के लिए माफी मांगी है जिसमें उन्होंने नाव दुर्घटना में मारे गये लोगों के लिए चीनी टूर आॅपरेटर को दोषी माना था। बयान में कहा गया था कि आॅपरेटर ने थाई सुरक्षा मानकों को नहीं माना था। रक्षा मंत्री प्रवक्ता कोंगचीप तंत्रावनिच ने संवाददाताओं को बताया कि पराविट ने शोक संदेश और चीनी लोगों से अपने दिये गये बयान के माफी मांगी है। गुरुवार को इसी इलाके में दो अन्य नावें भी डूबी थीं लेकिन उसके यात्रियों को समुद्र से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
थाई मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि फुकेट द्वीप के पास अपने रिश्तेदारों के शवों की पहचान के लिए 50 चीनी परिवार पहुंच गये हैं और दुर्घटना में सुरक्षित बचे लोगों को ख्याल रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओछा ने गुरुवार को फुकेट का दौरा गया और पीड़ितों के रिश्तेदारों को ढांढस बंधाया।