कराची। पूर्व क्रिकेटर और अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। इमरान ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में कहा, अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के रिश्तों को बेहतर करने की कोशिश की थी, लेकिन मोदी सरकार के पाकिस्तान विरोधी आक्रामक रुख ने दोनों देशों के बीच गतिरोध पैदा किया। पाकिस्तान की जटिल सियासी हकीकतों को समझने वाला शख्स ही पाकिस्तान का वजीर-ए-आजम बन पाएगा।''
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली की 342 में से 272 सीटों पर 25 जुलाई को चुनाव हैं। इमरान ने पाकिस्तान के अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, पाकिस्तान को अलग-थलग रखना ही मोदी सरकार की नीति है। उनका बहुत ही आक्रामक पाकिस्तान विरोधी रुख है। ऐसा रवैया हो तो कोई क्या कर सकता है?'' मोदी दिसंबर 2015 में पाकिस्तान गए थे। जनवरी 2016 में पठानकोट आतंकी हमले और उसी साल सितंबर में उड़ी सैन्य शिविर पर हमले ने दोनों देशों के बीच रिश्तों में फिर तल्खी ला दी।