काठमांडू। नेपाल के चुनाव आयोग ने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के विलय के करीब तीन सप्ताह बाद नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) को मान्यता दे दी है। चुनाव आयुक्तों की बैठक में एनसीपी को कानूनी रूप से मान्यता देने का निर्णय लिया गया।
नेपाल के दैनिक समाचारपत्र द हिमालयन टाइम्स ने चुनाव आयुक्त नरेंद्र दहल के हवाले से जारी अपनी रिपोर्ट में कहा गया कि नवगठित पार्टी एनसीपी अपनी केंद्रीय समिति में 33 प्रतिशत महिला नेताओं को शामिल करने में विफल रही है। फिलहाल चुनाव आयोग ने एनसीपी को मान्यता देने का निर्णय लेते हुए उम्मीद जतायी कि यह पार्टी कानूनी मापदंडों को पूरा कर लेगी। आयोग ने एनसीपी को इस आधार पर भी मान्यता दी है कि इस नाम की कोई और पार्टी नहीं है।
एनसीपी की केंद्रीय समिति में केवल 16 प्रतिशत महिला प्रतिनिधि हैं। पार्टी की 45 सदस्यीय स्थायी समिति में दो महिला प्रतिनिधि हैं, जबकि नौ सदस्यीय केंद्रीय सचिवालय में कोई भी महिला प्रतिनिधि नहीं है।