वाशिंगटन। अमेरिका जल्द ही अपनी जैव ईंधन नीतियों में बदलाव की घोषणा कर सकता है। सूत्रों के अनुसार जैव ईंधन नीतियों में बदलाव की रूपरेखा तैयार की जाएगी जिससे विधेयक बनने की प्रक्रिया से गुजरना होगा। व्हाइट हाऊस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने हालांकि इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
जैव ईंधन नीतियों में बदलाव का लक्ष्य तेल और कॉर्न उद्योग के बीच तनाव को कम करना है। इन दोनों उद्योगों के बीच कई महीने से अमेरिकी नवीनीकरणीय ईंधन मानकों (आरएफएस) को लेकर तकरार चल रही है। अमेरिकी नवीनीकरणीय ईंधन मानक कानून के तहत तेल शोधकों को देश के गैसोलिन और डीजल में जैव ईंधन की मात्रा बढ़ाना पड़ती है। अमेरिकी सरकार आरएफएस के अंतर्गत वार्षिक जैव ईंधन की मात्रा में से इथेनॉल जैसे जैव ईंधन के निर्यात की अनुमति की घोषणा कर सकती है जिससे घरेलू तेल शोधकों के ऊपर से इसकी घरेलू आपूर्ति करने दबाव कम होगा।