जेनेवा। भूमंडलीकरण और उदारीकरण के दौर में श्रम और श्रमिकों की समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए आज स्विटजरलैंड के जेनेवा में अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन शुरू हो गया। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के अनुसार यह 107वां अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन आठ जून तक चलेगा। इसमें सभी 187 सदस्य देशों के लगभग 4000 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। ये प्रतिनिधि श्रमिक संगठनों, नियोक्ताओं और सरकारों से संंबंधित होंगे। सम्मेलन के पहले दिन जार्डन के श्रम मंत्री समीर मुराद को इसका अध्यक्ष चुना गया।
सम्मेलन में लैंगिक असमानता पर आईएलओ की एक रिपोर्ट पेश की जाएगी जिसमें सामाजिक तथा कार्यस्थलों पर श्रमिकों की स्थिति का वर्णन होगा। इसमें लैंगिक असमानता से निपटने के सुझावों पर जोर दिया गया है और इसपर सम्मेलन में विस्तृत रुप से चर्चा भी होगी। कंबोडिया के राष्ट्रपति और वर्ष 2016 के नोबल पुरस्कार विजेता जुआन मैनुअल संतोस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सम्मेलन में बाल श्रम के विरुद्ध विश्व दिवस मनाया जाएगा और युवा श्रमिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष रुप से चर्चा होगी। इस अवसर पर नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी बाल श्रम पर एक परिचर्चा का आयोजन करेंगे। सम्मेलन को अंतिम दिन आयरलैंड के राष्ट्रपति माइकल डी. हिंग्गिस और सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक के राष्ट्रपति फौस्टिन एरचेंज टौआडेरा संबोधित करेंगे।