सुराबाया। इंडोनेशिया के दूसरे सबसे बड़े शहर सुराबाया में एक के बाद एक तीन गिरजाघरों पर हुए आत्मघाती हमलों में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 अन्य घायल हुए हैं। इंडोनेशियाई पुलिस के हेड जनरल टीटो कारनाविआन के मुताबिक इन तीनों हमलों को एक ही परिवार के छह सदस्यों ने अंजाम दिया। इनमें पति-पत्नी के अलावा चार बच्चे शामिल थे। इनमें दो लड़कियों की उम्र नौ से 12 साल थी। ये हमले देश में ऐसे वक्त पर हुए, जब 18 अगस्त से एशियाई गेम्स शुरू होने वाले हैं।
पुलिस के मुताबिक तीनों हमले स्थानीय समयानुसार सुबह 7.30 से आठ बजे के बीच किए गए। उक्त हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। इस्लामिक स्टेट ने अपनी प्रॉपेगैंडा एजेंसी 'माक' के हवाले से इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए टेलीग्राम मैसेजिंग एप के जरिए लेते हुए कहा तीन चर्च पर हुए आत्मघाती हमले में 18 लोगों की मौत हुई और कम से कम 41 घायल हुए हैं। इनमें चर्च के गार्ड और ईसाई हैं। हमलावर स्थानीय आतंकवादी समूह जमात अंशारूत दौला से जुड़े थे, जो इस्लामिक स्टेट का समर्थन करता है।
सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश
इंडोनेशिया में दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी है। देश की कुल आबादी 26 करोड़ से ज्यादा है। इनमें 82 फीसदी मुस्लिम हैं। इसके अलावा करीब दस फीसदी इसाई भी रहते हैं। इंडोनेशिया की खुफिया एजेंसी का कहना है हमलों में चरमपंथी गुट जेमाह अंशारुत दौलाह का हाथ हो सकता है। यह संगठन खुद को आईएस का विंग बताता है।
लगातार होते रहे हैं हमले
पिछले दिनों इंडोनेशिया में जेल में बंद इस्लामी चरमपंथियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में पैंच सैनिकों की मौत हुई थी। 2002 से 2010 के बीच 11 हमले हुए थे। इनमें 2002 का बाली ब्लास्ट भी था, जिसमें 200 लोग मारे गए थे। अमेरिकी दूतावास ने कहा आतंकी धार्मिक जगहों पर हमले कर इंडोनेशिया की सहिष्णुता को तोड़ना चाहते हैं। अमेरिकी लोग पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इंडोनेशिया में तीन महीने बाद एशियन गेम्स होना हैं। रविवार को इसकी पहली परेड निकली थी। गौरतलब है सुराबाया, जहां उक्त हमले हुए, इंडोनेशिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह जावा द्वीप में स्थित है।