वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ ईरान परमाणु समझौते समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को 12 मई तक यह निर्णय लेना है कि अमेरिका वर्ष 2015 ईरान समझौते से खुद को अलग करेगा अथवा नहीं। समझौते में ईरान प्रतिबंधों के राहत के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए सहमत हो गया था। ईरान और विश्व के छह बड़े देशों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और अमेरिका के बीच समझौते में अमेरिका के बने रहने के लिए श्री ट्रंप अभी भी कोई रास्ता निकाल सकते हैं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के कार्यालय ने अप्रैल महीने की शुरुआत में कहा था कि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी इस बात पर सहमत है कि यह समझौता ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने का सबसे अच्छा रास्ता है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले महीने वाशिंगटन में ट्रंप के साथ मुलाकात के दौरान इससे निपटने का आग्रह किया था।
व्हाइट हाउस ने कहा कि थेरेसा मे के साथ मुलाकात में ट्रंप ने यह सुनिश्चित करने पर अपनी प्रतिबद्धता जतायी कि ईरान परमाणु हथियार कभी अर्जित न करे। दोनों नेताओं के बीच उत्तर कोरिया के परमाणु मुद्दे पर भी बातचीत हुई। उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ होने वाली बैठक के लिए योजना जारी है, राष्ट्रपति उत्तर कोरिया के साथ परमाणु निशस्त्रीकरण पर विशेष जोर देंगे।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन आज वाशिंगटन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं जहां वह ईरान, उत्तरी कोरिया, सीरिया और अन्य मुद्दों पर वार्ता के लिए उपराष्ट्रपति माइक पेन्स और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से मिलेंगे।