क्वालालंपुर। मलेशिया में फर्जी खबर से जुड़े विवादित कानून के तहत एक व्यक्ति को एक सप्ताह की जेल की सजा सुनाई गई। इस कानून के तहत दंडित किया जाने वाला वह पहला व्यक्ति है। अप्रैल की शुरुआत में पारित कानून में फर्जी जानकारी को जानबूझकर प्रसारित करने के लिए छह साल तक की जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान है।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसका काफी विरोध किया। उनका मानना है कि असहमति के स्वर को दबाने के लिए यह कानून बनाया गया है। यमन मूल के 46 वर्षीय सलाह सलेम सुलेमान ने एक वीडियो बनाने और यूट्यूब पर उसे पोस्ट करने की बात स्वीकार की है। इस वीडियो में उसने क्वालालंपुर में फिलिस्तीनी हमास के एक सदस्य को मार गिराए जाने के बाद आपात सेवाओं पर बहुत तत्परता से काम नहीं करने का आरोप लगाया था। उसने कहा कि उसे मलेशिया के कानून की जानकारी नहीं थी।