काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को दो जोरदार धमाके हुए। इन धमाकों में कम से कम दो दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर है। धमाकों में मारे गए लोगों में फ्रांसिसी समाचार एजेंसी एफपी का एक फोटोग्राफर भी शामिल है। फिलहाल किसी भी संगठन ने अभी तक इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है।
आधिकारी सूत्रों ने बताया कि पहले धमाके को कवर कर रहे पत्रकारों के एक समूह में शामिल फोटोग्राफर शाह मरायी दूसरे धमाके की चपेट में आ गए। इन हमलों में कुल 21 लोग मारे गए हैं।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते काबुल के बाहर एक मतदाता पंजीकरण केंद्र पर भीषण विस्फोट में 60 लोग मारे गए थे।
---पहले की जारी किया गया था अलर्ट
सुरक्षा अधिकारियों ने अक्टूबर में निर्धारित संसदीय चुनाव से पहले हमलों के बढ़ते खतरों की आशंका जतायी थी और इस बीच पिछले हफ्ते एक मतदाता पंजीकरण केंद्र पर भीषण विस्फोट हुआ था जिसमें 60 लोग मारे गए थे। इस विस्फोट के ठीक एक सप्ताह बाद यह दूसरा भीषण विस्फोट हुआ।
एनडीएस खुफिया सेवा की इमारतों के नजदीक शशदारक क्षेत्र में सोमवार को पहला विस्फोट हुआ जबकि दूसरा विस्फोट शहरी विकास और आवास मंत्रालय के बाहर उस समय हुआ जब लोग सरकारी कार्यालय में प्रवेश कर रहे थे। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश के अनुसार पहले विस्फोट में चार लोगों की मौत हुई तथा पांच घायल हो गए थे। उन्होंने कहा कि विभाग ने एंबुलेंस को घटनास्थल के लिए भेज दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले धमाके को कवर करने के लिए एकत्र पत्रकारों के समूह के बगल में दूसरा धमका हुआ जिसमें कई फोटोग्राफर और कैमरामैन घायल हो गए। फ्रांसिसी समाचार एजेंसी एएफपी के काबुल में प्रमुख फोटोग्राफर शाह मराई की धमाके में मौत की पुष्टि एजेंसी ने ट्विटर संदेश में की। सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार इन विस्फोटों में कुल 21 लोगों की मौत तथा 27 घायल हो गए हैं।
तालिबान के आतंकवादी अफगानिस्तान में सख्त इस्लामिक कानून बहाल करने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और पिछले सप्ताह देश में कई इलाकों में भारी संघर्ष हुआ। राष्ट्रपति अशरफ गनी की फरवरी में बगैर किसी पूर्व शर्त के शांति वार्ता की पेशकश के बाद भी काबुल में इस वर्ष की शुरूआत से अब तक हुए हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए जबकि कई अन्य घायल हो गए।