वाशिंगटन। अमेरिका की सीनेट ने शुक्रवार को विदेश मंत्री के नाम पर मुहर लगा दी है। सीनेट के फैसले के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री देश की खुफिया एंजेसी, सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के पूर्व प्रमुख माइक पोम्पियो होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी पोम्पियो पर मुसलमान विरोधी रवैया अपनाने और युद्ध के लिए आतुर रहने का आरोप लगाती रही है। पोम्पियो के पक्ष में 57 और विरोध में 42 मत पड़े। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने ही पूर्व विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन को आपसी मतभेदों के कारण ट्विटर पर आदेश जारी कर हटा दिया गया था।
सीनेट में रिपब्लिकन बहुमत में है। रिपब्लिकन सीनेटर ने निर्विरोध अपना मत पोम्पियो के पक्ष में दिया, वहीं छह डेमोक्रेट सीनेटर ने भी उन्हें अपनी मत दिया। ट्रंप ने एक बयान में नये विदेश मंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा, "वह अमेरिका के हितों को हमेशा प्रमुखता देंगे। पोम्पियो जैसे देशभक्त, प्रतिभावान, ऊर्जावान, प्रबुद्ध व्यक्ति विदेश मंत्रालय का नेतृत्व करेंगे। वह देश के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होंगे।"
---विदेश मंत्री बनने से खुश हैं पोम्पियों
ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच वार्ता करवाने के लिए पोम्पियो प्रयासरत हैं। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौरत ने ट्वीटर पर कहा, "पोम्पियो ने उनसे कहा कि वह अमेरिका का विदेश मंत्री बनने पर प्रसन्न हैं। वह अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभायेंगे।" संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हैली ने भी पोम्पियो को बधायी दी है।