काहिरा। मिस्र के दर्शक आजकल बॉलीवुड फिल्मों और भारतीय टेलीविजन धारावाहिकों को बहुत पसंद कर रहे हैं। दरअसल दर्शक दोनों देशों की संस्कृतियों में काफी समानता पाते हैं और इनसे खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। पिछले कई वर्षां से दर्शकों के दिलों पर राज कर रहे तुर्की धारावाहिकों को पीछे छोड़कर दिलचस्प विषयों, अच्छे निर्देशन, और अच्छे अभिनय के साथ भारतीय श्रृंखलाएं मिस्र के दर्शकों को आकर्षित करने में सफल हुई है।
इसने मिस्र के कई चैनलों को तुर्की धारावाहिकों की जगह विभिन्न भारतीय धारावाहिक प्रसारित करने के लिए प्रोत्साहित किया है। मिस्र के लोगों ने राजनीतिक कारणों समेत कई कारणों से तुर्की धारावाहिकों को देखना छोड़ दिया है। वर्ष 2013 में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के शासन के खिलाफ भारी विद्रोह होने के बाद उन्हें सेना द्वारा अपदस्थ किए जाने के बाद से मिस्र-तुर्की द्विपक्षीय संबंधों में नाटकीय तरीके से खटास पैदा हो गई है।
उसके बाद, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एरदोगान ने कई टिप्पणियां की हैं जो देश और इसके वर्तमान शासन की आलोचना करती हैं। मिस्र ने कई अवसरों पर उनकी टिप्पणियों की निंदा की है। इसके परिणामस्वरूप तुर्की धारावाहिकों को दिखाने वाले कई सारे चैनलों ने इन कार्यक्रमों की संख्या को घटाने का फैसला किया और भारतीय धारावाहिकों की ओर रख किया।