लंदन। सीरिया में हुए कथित रासायनिक हमले को लेकर कई देश चिंतित हैं। अमेरिका इस हमले के बाद सीरिया में सैन्य कार्रवाई करने की तैयारी में है। तो वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अमेरिका की अगुवाई में सीरिया में किसी भी तरह के सैन्य विकल्प पर विचार विमर्श करने के लिए गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों की बैठक बुलाई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले बुधवार को रूस को चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि सीरिया के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद का साथ देने के लिए रूस की निंदा भी की थी।
बीबीसी के मुताबिक इस बैठक में थेरेसा मे सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को मंजूरी दे सकती हैं और इसमें उन्हें संसद की अनुमति की आवश्यकता भी नहीं है।
समाचार पत्र 'द टेलीग्राफ' के अनुसार थेरेसा मे ने ब्रिटिश पनडुब्बियों को सीरिया सीमा के निकट जाने के आदेश दिए हैं ताकि सीरियाई सेना के खिलाफ हमलों को अंजाम दिया जा सके। स्काई न्यूज ने बताया कि आज होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों को सीरिया के खिलाफ कार्रवाई में शामिल होने के र्प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए कह सकती हैं और इस कार्रवाई के लिए उन्हें संसद में किसी कानून के तहत मंजूरी की आवश्यकता नहीं है।
इससे पहले उनके पूर्ववर्ती डेविड कैमरून 2013 में सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए सांसदों का समर्थन हासिल करने में नाकाम रहे थे। संसद में विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता जर्मे कारबिन ने कल बयान दिया था कि वह सीरिया के खिलाफ जो भी सैन्य कार्रवाई चाहती हैं उसमें संसद की भी राय लेनी चाहिए।
सीरिया में रासायनिक हमले पर प्रतिक्रिया करते हुए थेरेसा मे ने कहा है "शनिवार को सीरिया के दोउमा में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की घटना बहुत ही दुखदायी और वीभत्स है।"