मिंगोरा। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसफजई ने शनिवार को पाकिस्तान में अपने गृह नगर पहुंची। तालिबानी बंदूकधारियों द्वारा गोली मारे जाने के कई वर्षों बाद वह पहली बार अपने गृहनगर आयी हैं। मलाला के सुरक्षा अधिकारियों और उनके पारिवारिक मित्रों ने यह जानकारी दी है।
मलाला के अपने गृहनगर मिंगारो आने की सूचना मिलने पर सड़कों पर लोगों का जमावड़ा लग गया। वह गुरुवार से पाकिस्तान के दौरे पर हैं और पाकिस्तानी सरकार ने पुलिस तथा सेना के साथ मिलकर उनकी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं।
मलाला ने शक्रवार को एक साक्षात्कार में बताया "मुझे पाकिस्तान की हर चीज की याद है चाहे वह यहां की नदियां, पहाड़ और मेरे घर के बाहर की गंदी गलियां और चारों ओर कूड़े के ढेर ही क्यों न हों। अपने बचपन के साथियों के साथ की गई सारी बातें तथा अपने पड़ोसियों के साथ हुई लड़ाई, सब कुछ याद है।"
तालिबान ने 2012 में मलाला पर हमला किया था और बाद में इसकी जिम्मेदारी भी ली थी। दरअसल मलाला लड़कियों की शिक्षा के लिए काफी काम कर रही थीं और इसी वजह से तालिबान ने उस पर हमला किया था।