दुबई। सीरिया में पिछले कई दिनों से जारी संघर्ष पर विराम लगाने के लिए गुरुवार को आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बेनतीजा रही। बैठक में सीरिया में चल रहे संघर्ष को रोकने के लिए 30 दिनों के संघर्ष विराम संबंधी प्रस्ताव पर चर्चा की गई, लेकिन रूस के अड़ंगे के बाद यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। रूस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सीरिया में मानवतावादी सघर्ष विराम के लिए राजी नहीं हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संघर्ष विराम के संबंध में स्वीडन और कुवैत की तरफ से एक प्रस्ताव पेश किया गया था, लेकिन रूस इस प्रस्ताव में संशोधन चाहता था। उसका कहना था कि मौजूदा प्रस्ताव से रूस के समर्थन वाली सीरियाई सरकार पर ही दबाव बढ़ेगा। संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रतिनिधि वेस्ली नेबेनज्या ने कहा कि रूस इस बात की गांरटी चाहता था कि पेश किया गया प्रस्ताव वास्तविक तौर पर कारगर साबित होगा।
वेस्ली ने कहा, "संघर्ष विराम की असली चुनौती उस पर अमल करना होता है, हमें सिर्फ फैसले लेने के लिए संघर्ष विराम का निर्णय नहीं लेना चाहिए, बल्कि यह देखना चाहिए कि यह हकीकत में कितना कारगर साबित होगा, हम हमेशा से यही चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र के फैसले यथार्थवादी हों ना कि लोकलुभावन।"