वॉशिंगटन। काला सागर को लेकर अमेरिका और रूस एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। काला सागर में रूस की बढ़ती मौजूदगी से अमेरिका चिंतित है, जिसे लेकर उसने अपनी सेना की तैनात बढ़ा दी है। अमेरिकी सेना के एक अधिकारी ने इस बात का पुष्टि की है। दोनों देशों के बीच कुछ समय से काला सागर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
2014 में यूक्रेन से क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद रूस ने इस क्षेत्र में अपने सैनिकों को तैनात कर दिया था। हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने रूस के इस कदम का विरोध किया था। इस समस्या से निपटने के लिए ही अमेरिका ने काला सागर में अपने सैनिकों की तैनाती की। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में काला सागर के ऊपर रूसी सैन्य विमान एसयू-27 और अमेरिकी लड़ाकू विमान ईपी-3 असुरक्षित तरीके से एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए।
काला सागर में उतरा रूसी युद्धपोत
खबरों के अनुसार विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि रूसी सेना द्वारा हाल में असुरक्षित तरीके से किए गए अभ्यास को लेकर अमेरिका बेहद चिंतित है। यह तनाव तब बढ़ा, जब रूस ने काला सागर क्षेत्र में नौसेना तैनाती का ऐलान किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि कई अभ्यासों के लिए एक रूसी युद्धपोत एडमिरल एसेन और दो निगरानी जहाजों को काला सागर में उतारा गया है। काला सागर पूर्वी यूरोप, काकेशस और पश्चिमी एशिया के बीच में स्थित है।