टोक्यो। सारी दुनिया ग्लोबल वॉर्मिंग और वायु प्रदूषण से परेशान है, ऐसे में जापान ने खुद को हरा-भरा रखने के लिए नई योजना पर काम शुरू कर दिया है। वह दुनिया की सबसे ऊंची लकड़ी की इमारत बनाने जा रहा है। टोक्यो में बनने वाली इस 70 मंजिला इमारत में घर, आॅफिस, दुकानें व होटल भी होंगे। इस प्रोजेक्ट के जरिए जापान अपनी राजधानी को पर्यावरण हितैषी शहर में बदलना चाहता है। भारी-भरकम लागत वाला यह प्रोजेक्ट 2041 में पूरा होगा।
जापान भूकंपग्रस्त क्षेत्र है। ऐसे में लकड़ी की इमारत बनाना एक अच्छा कदम होगा। ये इमारत स्टील और कंक्रीट से बनी इमारतों के मुकाबले काफी हलकी होगी। लकड़ी के लचीला होने के कारण यह जमीन के अंदर होने वाले किसी भी कंपन को सोख सकती है। लिहाजा भूकंप में लकड़ी की इमारत के गिरने या क्षतिग्रस्त होने की आशंका काफी कम होती है।
इस इमारत को ट्यूब के आकार में बनाया जाएगा, यानी इमारत बीच से खाली होगी, जिससे यह तेज आंधी में भी स्थिर बनी रहेगी। जापान में लकड़ी के घर बनाने का चलन दशकों पुराना है। हालांकि द्वितीय विश्वयुद्ध में जब जापान पर बम से हुए हमलों में पूरे के पूरे शहर तबाह हो गए तो जापान ने घर बनाने में लकड़ी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। अब जाकर सरकार ने इन पाबंदियों में ढील दी है। 2020 में होने वाले ओलिंपिक खेलों के लिए टोक्यो में बन रहे स्टेडियम के डिजाइन में भी लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है।
ऐसा होगा डब्ल्यू 350 प्रोजेक्ट
इसे इसकी ऊंचाई को देखते हुए प्रोजेक्ट डब्ल्यू 350 नाम दिया गया है।
इमारत का 90 फीसदी हिस्सा लकड़ी का, जबकि स्टील का इस्तेमाल महज दस फीसदी होगा।
इसमें छतों पर बगीचे और बॉलकनी में बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाएंगे, जिससे पूरी इमारत हरियाली से घिरी रहे।
घरों के साथ इसमें ऑफिस, होटल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी होगा। भरपूर प्राकृतिक रोशनी की व्यवस्था भी रहेगी।
इसका निर्माण पूरा होने पर यह जापान की सबसे ऊंची इमारत और दुनिया की सबसे ऊंची लकड़ी की इमारत होगी।