लंदन। विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी रहेगा। ब्रिटेन की अदालत ने वारंट को रद्द करने से मना कर दिया है। अदालत के इस फैसले के बाद अब असांजे की रिहाई की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं।
गौरतलब है कि असांजे पर विकिलीक्स के माध्यम से अमेरिका से संबंधित कई गोपनीय दस्तावेज सार्वजनिक करने आरोप लगा था। जिसे लेकर अमेरिका ने असांजे के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। वहीं स्वीडन में भी यौन उत्पीड़न के मामले में असांजे के खिलाफ वारंट जारी किया गया था। दोनों मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए असांजे लंदन आ गए। यहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।
10 दिनों तक जेल में रहने के बाद असांजे को जमानत मिल गई थी। जिसके बाद 2012 से ही असांजे लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में रह रहे हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह कोर्ट की कार्यवाही में भी हाजिर नहीं हुए। तब लंदन पुलिस ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था।
हालांकि पिछले साल स्वीडन के अधिकारियों ने असांजे के खिलाफ चल रहे मामले को बंद कर दिया था। इसी का हवाला देते हुए असांजे के अधिवक्ता ने लंदन में उनके खिलाफ जारी वारंट को रद्द करने की अपील की थी। जिसे जज एमा अर्बुथनॉट ने यह टिप्पणी करते हुए कि 'सहूलियत के हिसाब से असांजे कानून का इस्तेमाल नहीं कर सकते' अपील को खारिज कर दिया।