संयुक्त राष्ट्र। यमन में हिंसक घटनाओं में वृद्धि के कारण पिछले 10 सप्ताह में 85 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी की प्रवक्ता सेसिले पॉइली ने जेनेवा में संवाददाताओं को बताया कि यमन में हिंसा की घटनाएं बढ़ने के कारण पिछले 10 सप्ताह में 85 हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। उन्होंने बताया कि यमन में विश्व का सबसे बड़ा मानवीय संकट है और इस समय वहां 2.2 करोड़ से अधिक लोगों को मदद की जरूरत है।
उन्होंने कहा, हम ताएज और हुदैदा प्रांत के निकट युद्धग्रस्त क्षेत्रों के पास रह रहे लोगों के लिए खास तौर पर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन पश्चिमी तट समेत सैन्य अभियानों के इर्द-गिर्द के क्षेत्रों में रह रहे सैकड़ों लोग विस्थापित हो रहे हैं। विस्थापित लोग जमीनी लड़ाई और हवाई हमलों के दौरान या तो अपने घरों में फंसे हुए थे या गुफाओं में छिप गए थे। सीमावर्ती क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़कर भाग रहे हैं। इस बीच,अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने यमन में मानवीय संकट से निपटने के लिए इस वर्ष के वास्ते 9.62 करोड़ डॉलर की मदद की अपील की है।