इस्लामाबाद। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी फटकार के बाद आर्थिक मदद न लेने की बात करने वाले पाकिस्तान ने फिर अमेरिका के आगे हाथ फैलाए हैं। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती सीमा पर बाड़ लगाने के लिए अमेरिका से आर्थिक मदद की गुहार लगाई।
युद्ध में ज्यादा खर्च हो जाएगा
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने कहा कि वित्तीय दिक्कतों के चलते अफगानिस्तान से लगती 2,343 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा नहीं हो पा रहा। अभी तक सिर्फ दस फीसद क्षेत्र में ही बाड़ लगाई जा सकी है। उन्होंने वर्ष 2019 के अंत तक इस काम को पूरा करने की जरूरत पर जोर दिया। आसिफ ने कहा कि अमेरिका को इसके लिए ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा, बल्कि युद्ध में इससे ज्यादा खर्च हो जाएगा।
सीमाई इलाका सभी के लिए खुला
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पहाड़ियों से घिरी होने के कारण इस क्षेत्र में बाड़ लगाने का काम काफी मुश्किल है। विदेश मंत्री ने बताया कि सीमाई इलाका सभी के लिए खुला है। इसके जरिये प्रतिदिन 70,000 लोग आते-जाते हैं, ऐसे में आतंकियों का खतरा हमेशा बना रहता है। आसिफ ने इसके अलावा अफगान शरणार्थियों को वापस भेजने में भी मदद की गुहार लगाई है। उनके मुताबिक पाकिस्तान में 20 लाख से ज्यादा अफगान शरणार्थी हैं।
आतंकियों को लेकर ट्रंप ने रोकी आर्थिक मदद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवादियों पर माकूल कार्रवाई नहीं करने को लेकर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही 255 मिलियन डॉलर (16.42 अरब रुपए) की आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी थी। पिछले महीने अमेरिका ने करीब 2 अरब डॉलर (128 अरब रुपए) की सैन्य सहायता भी निलंबित कर दी थी। पाकिस्तान ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि उसे अमेरिकी मदद की जरूरत नहीं है।