इस्लामाबाद। सोमवार को पाकिस्तान सरकार ने धार्मिक मामले से छेड़छाड़ का विरोध कर रहे कई धार्मिक समूहों की कानून मंत्री जाहिद हामिद के इस्तीफे की मांग मान ली। इसी के साथ प्रदर्शनकारियों विरोध वापस लें लिया है।
तहरीक-ए-लब्बैक के प्रवक्ता एजाज अशरफी ने कहा हामिद ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को सौंप दिया है। तहरीक-ए-लब्बैक इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा था।
अशरफी ने कहा, हमारी मांग स्वीकार कर ली गई है। सरकार ने कानून मंत्री के इस्तीफे की घोषणा की है इसलिए हम अपना धरना वापस लेते है। पाकिस्तान के सरकारी न्यूज चैनल ने इसकी पुष्टी की है।
पाकिस्तानी कानून के अनुसार चुनाव में भाग लेने वाले किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को ये हलफनामा देना होता है कि पैगम्बर मोहम्मद इस्लाम के आखिरी पैगम्बर हैं और अब उनके बाद कोई दूसरा पैगम्बर नहीं आएगा।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चुनाव सुधार के लिए संसद में जो विधेयक पेश किया गया उसमें इस हलफनामे की शर्तों के साथ छेड़छाड़ की गई थी जिसे वे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे।
सरकार ने इसे 'क्लैरिकल गलती' मानते हुए हलफनामे में सुधार कर दिया था, लेकिन प्रदर्शनकारी इसके लिए कानून मंत्री को जिम्मेदार मान रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
बता दें कि, पिछले 20 दिनों से जारी प्रदर्शन को खत्म करने के लिए सरकार ने शनिवार को बल प्रयोग करने का आदेश दे दिया था जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।