इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अमेरिका और भारत के बीच दो अरब डॉलर वाले सशस्त्र ड्रोन सौदे का विरोध करते हुए कहा है कि इससे क्षेत्र की शांति के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। अंग्रेजी दैनिक नेशन में आज यहां प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने लगातार कहा है कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय हथियार हस्तांतरण सौदे में क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने पर विचार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त-क्षेत्रीय शक्तियों को ऐसे कार्यों पर ध्यान रखना चाहिए जो दक्षिण एशिया में रणनीतिक स्थिरता को कमजोर कर सकते हैं। सशस्त्र ड्रोनों के हस्तांतरण का मिसाइल तकनीक नियंत्रण शासन (एमटीसीआर) सहित बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण शासनों के दिशानिर्देशों के अनुरुप परीक्षण किया जाना चाहिए जिसमें ऐसे हस्तांतरण से संबद्ध सीमाएं तय की हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में पाकिस्तान की विदेश नीति बिल्कुल स्पष्ट है।