वॉशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने यह कहा कि अमेरिका अनिश्चितता और चिंता के इस दौर में विश्व मंच पर भारत का बहुत ही भरोसेमंद साझेदार रहा है। इसी के साथ उन्होंने इस क्षेत्र में चीन के भडक़ाऊ कृत्यों के बीच अमेरिका के भारत के साथ खड़ा होने का बहुत ही मजबूत संकेत दिया है। एक महत्वपूर्ण भारत नीति भाषण में टिलरसन ने चीन के उदय का भी उल्लेख किया और कहा कि उसके आचरण एवं कृत्य से सिद्धांतों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय सीमा के लिए बहुत ही गंभीर चुनौती पैदा हो रही है। यह ट्रंप प्रशासन का पहला बड़ा भारत नीति व्याख्यान है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन के भडक़ाऊ कृत्य से सीधे अंतरराष्ट्रीय कानून और सिद्धांतों को बहुत बड़ी चुनौती मिली जबकि अमेरिका और भारत दोनों ही उसके पक्ष में पूरी तरह खड़े रहते हैं।उन्होंने कहा कि अमेरिका ने रक्षा के क्षेत्र में भारत को कई सारे प्रस्तावों की पेशकश की है जो द्विपक्षीय वाणिज्यिक एवं रक्षा सहयोग के लिए संभावित गेमचेंजर भी हो सकता है। अमेरिका के प्रस्तावों में मानवरहित विमान, विमान वाहक प्रौद्योगिकी, एफ-18 और एफ -16 आदि भी इसमें शामिल हैं।