वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मीडिया समूहों पर निशाना साधा है। इस बार उन्होंने अपनी परमाणु नीति पर दिखाए गए एक समाचार को लेकर धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि वह सभी बड़े अमेरिकी समाचार नेटवर्क के प्रसारण अधिकार रद्द कर देंगे। ट्रंप ने उन सभी पर फर्जी समाचार का प्रचार-प्रसार करने में शामिल होने का आरोप लगाया है। ट्रंप और उनके सहयोगियों ने मीडिया की इन संवेदनशील रिपोर्टों को गलत बताने के लिए बार-बार 'फर्जी खबरें' शब्द का इस्तेमाल किया है लेकिन इन्हें गलत बताने के कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराए।
बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति, एनबीसी न्यूज की उस रिपोर्ट से नाराज थे जिसमें कहा गया था कि ट्रंप अपने परमाणु हथियारों में दस गुना बढ़ोतरी चाहते हैं। ट्रंप ने इस समाचार को बनावटी बताया। उन्होंने कहा कि एनबीसी और अन्य माध्यमों से आ रही सभी फर्जी खबरों को देखते हुए क्या उनके लाइसेंस को चुनौती देना उचित रहेगा? यह देश के लिए बुरा है। ट्रंप ने देर रात एक ट्वीट कर कहा, 'समाचार नेटवर्क इतने पक्षपातपूर्ण, विकृत और फर्जी हो गए हैं कि उनके लाइसेंसों को चुनौती देनी होगी और उचित लगने पर रद्द भी करना होगा।' उन्होंने कहा कि यह खबर झूठी है कि वह परमाणु हथियारों में वृद्धि चाहते हैं।
एक न्यूज चैनल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ट्रंप ने अपने जनरलों से कहा है कि उन्हें अमेरिकी परमाणु हथियारों में 10 गुना वृद्धि चाहिए। ट्रंप और पेंटागन, दोनों ने ही इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। ट्रंप ने कहा है कि वह मिलिटरी के आधुनिकीकरण की बात कर रहे थे। रिपोर्ट में बताया गया कि जुलाई में ट्रंप ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों को परमाणु हथियार बढ़ाने को कहा था। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने वर्तमान संख्या से 10 गुना अधिक परमाणु हथियार बढ़ाने की बात कही थी। अमेरिका के पास फिलहाल 4000 परमाणु हथियार हैं।