तोक्यो। जापान में 159 घंटे ओवरटाइम करने के चलते एक महिला की जान चली गई। नैशनल ब्रॉडकास्टर में राजनीतिक पत्रकार मिवा सादो की जुलाई, 2013 में हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई थी। हालांकि मिवा के एंप्लॉयर ने इसी सप्ताह उनके केस को सार्वजनिक किया है। लेबर इंस्पेक्टर्स ने अपनी जांच में मिवा की मौत ओवरटाइम के चलते होने की पुष्टि की है। जापान के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि 31 वर्षीय मिवा की मौत कारोशी यानी अधिक काम करने के चलते हुई है। मिवा ने 30 दिन में सिर्फ दो दिन की छुट्टी ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक जापान के नैशनल ब्रॉडकास्टर एनएचके के लिए तोक्यो मेट्रोपोलिटन गवर्नमेंट को कवर करने वाली पत्रकार मिवा की लोकल इलेक्शन की रिपोर्टिंग के तीन दिन बाद ही हुई थी।
ब्रॉडकास्टर के एक सीनियर अधिकारी मासाहिको यामौची ने बताया कि मिवा की मौत हमारे संगठन की समस्याओं को उजागर करने वाली है। इससे लेबर सिस्टम के बारे में पता चलता है और यह बात सामने आई है कि यहां कैसे चुनावों की कवरेज की जाती है। बता दें कि 2015 में एक एंप्लॉयी की महीने में 100 घंटे ओवरटाइम करने के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद देश में वर्क कल्चर को बदलने की मांग की गई थी। एक नैशनल सर्वे के मुताबिक जापान में 20 फीसदी वर्कफोर्स पर कारोशी यानी अधिक काम के चलते मौत का खतरा है। ये लोग महीने में 80 घंटे से अधिक तक का ओवरटाइम करते है।