काहिरा। मिस्र की एक अदालत ने सत्ता से बेदखल किए गए पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को खुफिया जानकारी कतर को देने के जुर्म में शनिवार को 25 साल के कारावास की सजा सुनाई। न्यायालय सूत्रों के अनुसार मुर्सी मिस्र में 2011 में क्रांति के बाद लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति चुने गए थे तथा सेना द्वारा 2013 में अपदस्थ कर दिया गया। सत्ता से बेदखल करने के बाद राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ।
मुर्सी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया था। अदालत ने मुर्सी की सजा 40 साल से कम करके 25 वर्ष कर दिया है। मिस्र की एक अदालत द्वारा 2012 में प्रदर्शनकारियों की हत्या के आरोप में मुर्सी 20 साल जेल की सजा काट रहे है। वर्ष 2014 में मुर्सी तथा अन्य नौ लोगों के खिलाफ गुप्त तथा संवेदनशील दस्तावेजों को कतर से साझा करने का आरोप लगाया गया था।