बैंकॉक। थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद देश छोड़कर फरार हो गई हैं। उन पर चावल सब्सिडी घोटाले में शामिल होने का आरोप है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि यिंगलक ने अचानक ही देश छोड़ने का फैसला किया है। उन्हें आखिरी बार बुधवार को बैंकॉक में देखा गया था। शीर्ष अदालत चावल सब्सिडी घोटाले में सुनवाई कर रही थी।
यिंगलक को शुक्रवार को अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया, पर वह नहीं पहुंचीं। इसके बाद अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। अदालत ने यिंगलक के तीन करोड़ बाहट की जमानत राशि को भी जब्त करने के आदेश दिए। इस मामले में उन्हें दस साल कारावास की सजा हो सकती थी। 2011 में चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री बनीं यिंगलक को 2014 में सैन्य तख्तापलट के बाद कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।
लाक्सी जिले में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान अदालत के पास हजारों की संख्या में उनके समर्थक जुटे हुए थे। न्यायाधीशों ने यिंगलक के वकील के उन बयानों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि वह सिर चकराने की बीमारी से पीड़ित हैं लेकिन वकील उनके मेडिकल दस्तावेज अदालत के समक्ष पेश नहीं करा पाए थे।
थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्र ने गुरुवार को फेसबुक के जरिए अपने समर्थकों से कहा था कि वह शुक्रवार को अदालत नहीं जाएंगी और अपने घर में ही रहेंगी।
यिंगलक के भाई थाक्सिन शिनावात्रा थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री हैं। भ्रष्टाचार का दोषी ठहराए जाने और दो साल के कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद वह वर्ष 2008 में देश छोड़कर चले गए थे। उसके बाद से वह वापस नहीं लौटे।