नई दिल्ली। चीन विवाद को लेकर विदेश मंत्रालय का कहना है कि डोकलाम पर भारत का रुख स्पष्ट है भारत अपने रुख पर पहले की तरह कायम रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि इस विवाद को सुलझाने के लिए भारत चीन से बातचीत जारी रखेगा।
डोकलाम सीमा पर चीनी सैनिकों द्वारा पत्थरबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'मंत्रालय कथित पत्थरबाजी की पुष्टि नहीं करता। गौरतलब है कि चीन, भूटान के डोकलाम में सड़क बना रहा है और भारत ने इसका जोरदार विरोध कर रहा है।
वहीं चीनी मीडिया द्वारा बुधवार को भारत के खिलाफ जारी नस्लभेदी वीडियो पर रवीश कुमार ने कहा कि इस वीडियो पर वह फिलहाल कोई कमेंट नहीं कर सकते। बता दें कि नस्लभेदी वीडियो जारी किया, जिसमें भारतीय नागरिक के रूप में पगड़ी पहने हुए एक शख्स को दिखाया गया है। इस वीडियो को 'सेवेन सिन्स ऑफ इंडिया' यानी 'भारत के सात पाप' नाम दिया गया है।
जापान ने दिया साथ तो चिढ़ा चीन
वहीं डोकलाम विवाद में जापान के भी कूद पड़ने से चीन चिढ़ गया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, जापान इस विवाद पर भारत को समर्थन दे सकता है लेकिन उन्हें इस मसले पर तथ्यों को क्रॉस चेक करके ही बोलना चाहिए था। जापान ने कहा है कि चीन सेना की ताकत के बल पर स्थिति को बदला नहीं सकता। जापान का यह बयान चीन और भारत के बीच पिछले दो महीनों से चल रही तनातनी के बाद आया है।
विदेश मंत्रालय ने धमकाया
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हू चुनयांग प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि उन्होंने देखा कि भारत में जापान के अंबेसडर भारत को सपोर्ट करना चाहते हैं। इसलिए चीन उनसे कहना चाहेगा कि वह ऐसे बिना सोचे समझे बयान न दे और कुछ भी बोलने से पहले फेक्ट चेक कर लें। उन्होंने आगे गुस्से में कहा कि डोकलाम में कोई भी बॉर्डर विवाद नहीं है और दोनों देशों को निर्धारित सीमा के बारे में पता है। ऐसे में भारत की और से स्टेटस क्यू में बदलाव की पहल हुई है न कि चीन की ओर से।
भारत को भी दी धमकी
हू यही नहीं रुकीं और भारत को भी धमकी दी कि भारत डोकलाम से जल्द सेना की टुकड़ी को वापस बुलाए। हू ने कहा कि बिना शर्त वापसी ही आगे किसी भी अर्थपूर्ण बातचीत के लिए दरवाजा खुलेगा।
सितंबर के पहले हफ्ते में चीन जाएंगे पीएम मोदी
डोकलाम विवाद को लेकर चीन युद्ध का माहौल बना रहा है। इस तनाव के माहौल में पीएम नरेंद्र मोदी का चीन जाना पक्का हो गया है। पीएम मोदी को ब्रिक्स देशों के सम्मेलन के लिए सितंबर के पहले हफ्ते में चीन जाना है। चीन के ग्लोबल टाइम्स ने दो दिन पहले आरोप लगाया था कि भारत ब्रिक्स सम्मेलन में बाधा डालना चाहता है। अखबार ने डोकलाम विवाद के लिए पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया है।
क्या है विवाद
बता दें कि सिक्किम-भूटान-तिब्बत ट्राइजंक्शन पर चीन ने सड़क निर्माण का काम शुरु कर दिया था। लेकिन चीन जिस इलाके में सड़क निर्माण कर रहा है, वह भूटान का इलाका है। ऐसे में भूटान के साथ अपने संबंधों की खातिर भारत ने इस पर विरोध दर्ज कराया और चीन द्वारा सड़क निर्माण के काम को रुकवा दिया। इसके बाद से करीब 2 महीने से भारत और चीन की सेनाएं बॉर्डर पर एक दूसरे के सामने खड़ी हैं।