यरूशलम। इस्राइली होलोकस्ट से बच निकले दुनिया के सबसे बुजुर्ग शख्स यिस्राइल क्रिस्टल का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 113 साल के थे। क्रिस्टल का नाम गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में दर्ज था। इस्राइली अखबार ‘हारेट्ज डेली’ ने अपने ऑनलाइन एडिशन में लिखा, ‘यिस्राइल क्रिस्टल अपने 114वें जन्मदिन से एक महीना पहले शुक्रवार को नहीं रहे।’
क्रिस्टल अपने पीछे दो बेटे, नौ पोते-पोतियां और 32 परपोते-परपोतियां छोड़ गए हैं। क्रिस्टल का जन्म 15 सितंबर, 1903 को हुआ था। गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड्स ने उन्हें विश्व के सबसे बूढ़े शख्स का खिताब मार्च, 2016 में दिया था। उन्होंने सितंबर में 100 साल की देरी से ‘बार मित्जवाह’ की रस्म निभाई थी। यह रस्म 12-13 साल की उम्र में निभानी होती है, जब कोई अपने जीवन के उत्तरदायी चरण में पहुंच रहा होता है। क्रिस्टल तब यह रस्म नहीं निभा पाए थे, क्योंकि उससे तीन महीने पहले उनकी मां का निधन हो गया था। उनके पिता प्रथम विश्व युद्ध में रूसी सेना के सिपाही थे।
विश्व युद्ध के बाद वह लोड्ज चले गए थे। वहां उन्होंने शादी की और उनके दो बच्चे हुए, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों ने शहर के उस हिस्से को यहूदी बस्ती बना दिया। क्रिस्टल को भी नाजी डेथ-कैंप भेज दिया गया। वहां उनकी पत्नी और दोनों बच्चे तो मारे गए, लेकिन क्रिस्टल बच गए। बाद में वह इस्राइल में आकर बस गए।