काठमांडू। डोकलाम विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच विवाद जारी है। सीमा विवाद के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भूटान के विदेश मंत्री दामचो दोरजी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित बिम्सटेक की मंत्रिस्तरीय बैठक से इतर मुलाकात की। इस दरम्यान दोनों नेताओं ने भारत-भूटान-चीन सीमा पर जारी गतिरोध पर चर्चा की।
सुषमा के साथ बैठक के बाद भूटानी विदेश मंत्री दोरजी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि डोकलाम में हालात को शांतिपूर्णक और आपसी सौहार्द से सुलझा लिया जाएगा।' डोकलाम विवाद पैदा होने के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की यह पहली बैठक है। यह बैठक उस समय सामने आई है, जब डोकलाम मसले को लेकर चीन अपनी मीडिया और विदेश मंत्रालय के जरिए लगातार भारत को धमकियां दे रहा है।
चीनी मीडिया लगातार धमकी दे रहा है कि अगर भारत ने डोकलाम से अपनी सेना पीछे नहीं हटाई, तो उसको खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इससे पहले भूटान सरकार ने डोकलाम मामले पर भारत को सही ठहराते हुए चीन के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उसने कहा था कि सिक्किम सेक्टर पर स्थित डोकलाम उसका (भूटान) हिस्सा नहीं है। मालूम हो कि चीन ने झूठा दावा किया था कि भूटान ने उसको राजनयिक चैनल के जरिए जानकारी दी कि डोकलाम चीन का हिस्सा है।
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर से मिली सुषमा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने भूटानी समकक्ष दामचो दोरजी से मुलाकात की। सुषमा के साथ बैठक के बाद भूटानी विदेश मंत्री दोरजी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि, डोकलाम में हालात को शांतिपूर्वक और आपसी सौहार्द से सुलझा लिया जाएगा।' डोकलाम विवाद पैदा होने के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की यह पहली बैठक है। यह बैठक उस समय सामने आई, जब डोकलाम मसले को लेकर चीन अपनी मीडिया और विदेश मंत्रालय के जरिए लगातार भारत को धमकियां दे रहा है।