नई दिल्ली। पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली के हिंदू सदस्य लाल चांद मालही को अल्पसंख्यकों के मजबूरन धर्म परिवर्तन को लेकर उनके रुख के लिए निशाने पर लिया गया। मजबूरन धर्म परिवर्तन के मामलों में शामिल रहे सिंधी मौलवी पीर अयूब जान सरंधी ने लाल चांद पर रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एजेंट होने का आरोप लगाया।
अखिल पाकिस्तान नारीवादी संघ की संस्थापक शुमाला एच शाहानी ने कहा है कि पाकिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यक के खिलाफ ये आरोप उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का एक आम उपकरण है।
उन्होंने कहा कि जब भी कोई हिंदू अन्याय के खिलाफ बोलता है तो ये अतिवादी उन्हें राष्ट्रवाद विरोधी, निन्दा करने का आरोप लगाते हैं। एक रॉ एजेंट होने का आरोप / घृणात्मक भाषण माना जाए।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने पिछले साल एक प्रस्ताव अपनाया था, जिसमें अल्पसंख्यक महिलाओं की धार्मिक धर्मांतरण और महिलाओं के विवाह रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए सरकार से आग्रह किया गया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के एमएनए लाल चंद मालही ने प्रस्ताव पेश किया था और कहा था कि सिंध में यह समस्या अधिक गंभीर है।