काठमांडो। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के तौर पर 23 अगस्त को भारत की यात्रा करेंगे। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने जून में प्रधानमंत्री का पदभार संभाला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्योते पर देउबा पांच दिन की राजकीय यात्रा पर भारत आएंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद करीबी सूत्रों ने बताया कि यात्रा के एजेंडा को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। देउबा भारत के साथ अपने करीबी रिश्तों के लिए जाने जाते है। सत्ता में साझेदारी के तहत 71 वर्षीय दिग्गज नेता ने ऐसे समय देश की बागडोर संभाली है जब नेपाल संविधान लागू करने और मधेशी आंदोलन के चलते राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है।
उन्होंने 28 जून को हुए स्थानीय निकाय चुनावों के दूसरे चरण में मधेस आधारित पार्टियों को हिस्सेदारी के लिए मनाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उनकी भारत यात्रा इन चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण से पहले हो रही है। यह चुनाव 18 सितंबर को हो रहा है। देउबा की यह यात्रा प्रधानमंत्री के रूप में 1996, 2002 और 2004 में भारत की उनकी यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित समझौतों को लागू करने पर केन्द्रित होगी।
नेपाल के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से जुड़े दो वरिष्ठ अधिकारियों ने 'काठमांडो पोस्ट' को बताया, ''हमें प्रधानमंत्री से दो स्पष्ट निर्देश मिले है।'' एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ''पहला प्रधानमंत्री भारत की उनकी तीन यात्राओं के दौरान हुए पिछले समझौतों को लागू करने के लिए उत्सुक है। भारत से वित्तपोषित परियोजनाओं पर विचार करते हुए प्रधानमंत्री की योजना उन मुद्दों पर चर्चा करने की भी है जिन्होंने परियोजनाओं को बाधित किया है। दूसरा प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को कहा है कि यात्रा का कुछ ठोस नतीजा आना चाहिए। उम्मीद की जा रही है कि 30 हजार करोड़ रूपयों की द्विराष्ट्रीय पंचमेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना और दीगर ऊर्जा एवं बुनियादी ढांचा संबंधी परियोजनाएं देउबा की भारत यात्रा की कार्यसूची में उपर होगी। उम्मीद की जा रही है कि नई दिल्ली में अपनी वार्ताओं के बाद देउबा बिहार में बोध गया और आंध्रप्रदेश स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर जाएंगे।