बिशकेक। आमतौर किर्गिस्तान जैसे देशों से वहां की सामाजिक और धार्मिक कट्टरता की खबरें आती रहती हैं। लेकिन इस बार यह मुद्दा वहां के राष्ट्रपति अल्माजब्येक आतमबायेव की बेटी अलिया शागिएवा से जुड़ा हुआ है। दरअसल अलिया ने अपने नवजात को स्तनपान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसकी वहां के लोगो ने कड़ी आलोचना शुरू कर दी। लोगों का कहना है कि यह तस्वीर कामुक है, इन आलोचनाओं के बाद अलिया ने अपनी उस विवादित तस्वीर को हटा दिया और इस तस्वीर पर अपनी सफाई पेश की है।
अलिया ने वह विवादित तस्वीर तो सोशल मीडिया से हटा ली है मगर उनको उस तस्वीर में कोई बुराई नजर नहीं आती है। उनका कहना है कि यह विवाद स्तनपान करते हुए उनकी तस्वीर की वजह से नहीं खड़ा हुआ है बल्कि लोगों की उस संकीर्ण मानसिकता की वजह से पनपा है जिसकी वजह से लोग औरतों के शरीर को हमेशा कामुकता की नजर से देखते हैं। उनका कहना है कि वे अपने बच्चे को तब-तब और हर उस जगह स्तनपान कराएंगी, जब-जब उसे इसकी जरूरत महसूस होगी।
जिस तस्वीर को लेकर यह विवाद हुआ, उसमें अलिया अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड करा रही थीं। यह तस्वीर ऊपर से ली गई थी। इसकी वजह से तस्वीर में वह करीब-करीब पूरी तरह नग्न नजर आ रही थीं। अप्रैल में पोस्ट की गई इस तस्वीर के कैप्शन में अलिया ने लिखा था, 'मैं अपने बच्चे को तब-तब और हर उस जगह दूध स्तनपान कराऊंगी, जब-जब उसे इसकी जरूरत महसूस होगी।' अब BBC को दिए गए एक इंटरव्यू में अलिया ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि यह विवाद उस तस्वीर के कारण नहीं, बल्कि महिलाओं के शरीर को हद से ज्यादा कामुकता के साथ जोड़े जाने की वजह से हुआ।
20 साल की अलिया खुद एक कलाकार हैं। वह कहती हैं, 'मुझे जो यह शरीर मिला है, वह अश्लील नहीं है। मेरे स्तन का एक स्वाभाविक काम है। मेरे स्तन का काम अपने बच्चे की शारीरिक जरूरत पूरी करना, उसकी भूख मिटाना है। इसे कामुकता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।' अलिया आगे कहती हैं, 'जब मैं अपने बच्चे को स्तनपान कराती हूं, तब मुझे लगता है कि अपने वश में जो सबसे बेहतर चीज मैं अपने बच्चे को मुहैया करा सकती हूं, उसे मैं वही चीज दे रही हूं। अपने बच्चे का ध्यान रखना और उसकी जरूरतों को पूरा करना मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। लोग क्या कहते हैं, यह मेरे लिए इतना मायने नहीं रखता है।