बीजिंग। चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि अपनी जमीन का एक इंच हिस्सा खोना भी बर्दाश्त नहीं कर सकता। चीन ने सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में सैन्य तनातनी खत्म करने के लिए वहां से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों को वापस बुलाने से भी इनकार कर दिया।
एक ईंच जमीन भी गंवाना बर्दाश्त नहीं- चीन
अखबार ने कहा, चीन अपनी जमीं का एक इंच हिस्सा भी खोना बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह चीनी लोगों की अटूट इच्छा और अनुरोध है। चीन सरकार अपने लोगों की मूलभूत इच्छा का उल्लंघन नहीं कर सकती और पीएलए चीनी लोगों को नीचा नहीं दिखाएगी।
सुषमा पर संसद से झूठ बोलने का आरोप
अखबार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने सिक्किम सेक्टर में भारत की कथित घुसपैठ को जायज ठहराने के लिए संसद में 'झूठ बोला' है। अखबार ने सुषमा की राज्यसभा में दिये भाषण का जिक्र करते हुए लिखा, "वह संसद से झूठ बोल रही थीं।" सुषमा ने संसद में कहा था कि भारतीय सैनिकों ने चीनी क्षेत्र में घुसपैठ नहीं की और सभी देश भारत के रुख का समर्थन करते हैं। हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से सुषमा के बयान पर अब तक कोई कमेंट नहीं आया है।
क्या है विवाद?
सुषमा स्वराज ने कहा कि चीन ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए सिक्किम-भूटान सीमा को लेकर जारी विवाद पर स्थिति में बदलाव की कोशिश की है। लेकिन चीन की तरफ से यह कोशिश भारत की सुरक्षा के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। चीन सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में सड़क बना रहा है। इस इलाके में ही चीन, सिक्किम और भूटान की सीमाएं मिलती हैं। भूटान और चीन इस इलाके पर अपना-अपना दावा करते हैं। भारत के लिए यह क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है और वह भूटान के साथ है। भारत विवादित इलाके को 'डोकलाम' और चीन 'डोंगलांग' कहता है।