हैम्बर्ग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन से इतर शनिवार को ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से मुलाकात कर उनसे भगोड़े व्यापारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के संबंध में सहयोग करने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।
पीएम मोदी की यहां G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के साथ अलग से बैठक हुई। इस बैठक में भगोड़े अभियुक्तों को भारत को सौंपने के मामलों में ब्रिटेन की मदद मांगी गई। इसके अलावा दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन के संबंधों पर चर्चा की।
बता दें कि माल्या किंगफिशर एयरलाइंस के 9,000 करोड़ रुपए के कर्ज नहीं लाटाए जाने के मामले में फरार है। वह मार्च 2016 से ही ब्रिटेन में हैं। उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है। ब्रिटेन से उनको भारत भेजने के मामले में लंदन की एक कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी ने भगोड़े माल्या और ललित मोदी ब्रिटेन से भारत लाने के लए ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से अपील की है। आपको बता दें कि विजय माल्या और ललित मोदी भारत में वित्तीय गड़बड़ी कर ब्रिटेन भागे है।
प्रर्त्यपण संधि -1992
भारत और ब्रिटेन के बीच प्रर्त्यपण संधि है जिसपर 1992 में हस्ताक्षर किए गए है। हालांकि इस संधि के तहत अब तक केवल एक प्रत्यर्पण ही हो पाया है। संधि के तहत समीरभाई वीनूभाई पटेल को पिछले साल अक्टूबर में भारत को लौटा दिया गया ताकि उन पर 2002 में गुजरात में गोधरा कांड के बाद के दंगों के मामले में मुकदमा चलाया जा सके।