पुडुकोट्टाई। श्रीलंकाई नौसेना ने बुधवार रात आठ भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया और दो नावों को जब्त कर लिया तथा मछली पकड़ने के अन्य यंत्रो को भी काफी नुकसान पहुंचाया। श्रीलंका की नौसेना ने मछली पकड़ने की एक नौका को डुबो भी दिया, कई जालों को नष्ट कर दिया और कई भारतीय नावों का पीछा भी किया। यह हमला हाल के दिनों में मध्य समुद्र में श्रीलंकाई सेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर किए गए सबसे वीभत्स हमलों में से एक माना जा रहा है।
मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने गुरूवार को बताया कि कल सुबह पुडुकोट्टाई जिले के कोट्टाईपट्टिनम और जगधापट्टिनम तट से 1000 से अधिक मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने गए थे। मछुआरे जब मछली पकड़ने में व्यस्त थे, तभी उत्तरी नौसैनिक कमान और श्रीलंकाई तटरक्षक बल ने आठ भारतीय मछुआरों को कथित रूप से श्रीलंकाई समुद्री क्षेत्र में मछली मारने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार मछुआरों को जाफना के मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया है।
गौरतलब है कि गत 15 जून से अब तक श्रीलंकाई नौसेना 67 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी 12 नावों को जब्त कर चुकी है। मछली पकड़ने पर 61 दिनों की वार्षिक पाबंदी के बाद मछली पकड़ने का नया मौसम 15 जून से शुरू हुआ है।
इस बीच मछुआरों ने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास श्रीलंकाई नौ सेना ने एक भारतीय नौका को डुबो दिया। उस पर सवार चार लोगों को एक अन्य नाव ने बचा लिया हालांकि मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। एक अन्य घटना में श्रीलंकाई नौसेना ने नागापट्टिनम जिले के कोडियाक्कराई तट के दक्षिण पूर्व में कई भारतीय नौकाओं पर हमला किया और जालों को नष्ट कर दिया। नौसेना ने मछुआरों का काफी दूर तक पीछा भी किया।