इस्लामाबाद। पाकिस्तान भारत पर झूठे आरोप लगाकर आए दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी किरकिरी कराता रहता है। कुलभूषण जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट आॅफ जस्टिस (आईसीजे) में हारने के बाद भी पाकिस्तान बार-बार जाधव के खिलाफ बुने गए अपने झूठ को दोहरा रहा है। पाकिस्तान का आधिकारिक रुख चाहे जो हो, लेकिन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक पूर्व अधिकारी और रिटायर्ड कर्नल अमजद शोएब ने खुद अपने ही देश की पोल खोल दी।
अमजद ने यह माना है कि जाधव को बलूचिस्तान नहीं, बल्कि ईरान से पकड़ा गया था। भारत शुरू से ही कहता आ रहा है कि जाधव अपने कारोबार के सिलसिले में ईरान गए थे और वहीं से पाकिस्तान ने उनका अपहरण किया गया। बहरहाल पूर्व आईएसआई अधिकारी शोएब के बयान ने पाकिस्तान के दावों को ही गलत साबित कर दिया है।
पाक में जब मचा बवाल तो पलट भी गए
पाकिस्तान का आरोप है कि जाधव बलूचिस्तान में अस्थिरता पैदा करने की कोशिशों में शामिल थे। अब शोएब के बयान के बाद पाकिस्तान अपने झूठ पर घिर गया है। इस बयान पर विवाद शुरू होने के बाद शोएब अपनी बात से पलट गए हैं। उन्होंने आईएसआई के साथ किसी भी तरह का संबंध होने की बात से इनकार किया। उनका यह भी कहना है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।
शोएब ने कहा, मेरा आईएसआई के साथ कोई संबंध नहीं है। मैंने कभी आईएसआई आॅफिस को अंदर से देखा तक नहीं है। मुझे सेना से रिटायर हुए 18 साल हो चुके हैं और सरकार से उसके आॅपरेशनों के बारे में जानकारियां हासिल करना मेरे अधिकार क्षेत्र में भी नहीं आता है।
पहले यह बयान दिया था शोएब ने
शोएब ने इससे पहले कहा था, ‘सन् 2002 में ईरान का भारत के साथ रक्षा के क्षेत्र में एक समझौता हुआ था। ईरान ने चाबहार भारत को दे दिया था और अब भारत वहां पोर्ट बना रहा है, लेकिन इस पर पाकिस्तान ने कभी कुछ नहीं कहा। कुलभूषण जाधव वहां से आॅपरेट कर रहा था, हमने बस उसे पकड़ा, इसके बारे में कोई हंमागा खड़ा नहीं किया।’ आईसीजे द्वारा भारत के पक्ष में फैसला दिए जाने के बाद भी पाकिस्तान लगातार यह कह रहा है कि वह अपने कानूनों पर अमल करेगा। पाकिस्तान बार-बार यह संकेत दे रहा है कि आईसीजे के फैसले के बावजूद वह जाधव को मौत की सजा देगा।