इस्लामाबाद। पनामा केस में घिरे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान (पीटीआई) ने आरोप लगाया है कि शरीफ ने अल कायदा मुखिया ओसामा बिन लादेन से करीब 1.5 अरब रुपए जिहाद के नाम पर लिए थे। इसमें से 27 करोड़ रुपए का इस्तेमाल 1989 में भुट्टो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन के लिए किया गया। तहरीक-ए-इंसाफ ने यह आरोप कुछ इंटरव्यू और एक किताब के आधार पर लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि इस राशि का उपयोग उन्होंने कश्मीर और अफगानिस्तान के इलाकों में जिहाद फैलाने के लिए किया था।
सुप्रीम कोर्ट जाएगा मामला
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की खबर के मुताबिक इमरान की पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने का फैसला लिया है। पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने कहा कि हमने इस मामले पर आंतरिक चर्चा कर ली है और सभी कानूनी पक्षों पर गौर करने के बाद याचिका दायर करने का फैसला लिया है।
विदेशी कर्जे में पिस रहा है पाक: मूडीज
वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने अनुमान लगाया है कि जून के मुकाबले पाकिस्तान का विदेशी कर्ज बढ़कर 79 अरब डॉलर हो जाएगा, जो शुरुआती अनुमानों की तुलना में अधिक है। सोमवार को अपनी नई रिपोर्ट में मूडीज ने बताया कि पाकिस्तान की चुनौतियों में से एक अपेक्षाकृत अधिक सरकारी कर्ज, कमजोर सोशल व फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर और उच्च राजनीतिक जोखिम शामिल हैं।
सीपेक पर बयान से पलटा चीन
चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपेक) पर अपने रुख से चीन पलट गया है। भारत में चीनी राजदूत ने सीपेक का नाम बदलने की संभावना जताई थी, लेकिन अब चीनी दूतावास की वेबसाइट से उनके उस बयान को हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि चीनी राजदूत लुओ झाओहुई का बयान भारतीय मीडिया में छपने के बाद पाकिस्तान में इसका असर दिखा। जिसके बाद पाकिस्तान ने यह मसला चीन के सामने उठाया।