अमेरिका। अमेरिका के रक्षा विशेषज्ञों ने दावा किया है कि दक्षिण चीन सागर में चीन अधिकृत द्वीप पर पिछले एक वर्ष में पहली बार चीनी लड़ाकू विमान देखा गया है। और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यभार संभालने के बाद यह पहला मामला है।
वांशिगटन के रणनीति एवं अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विभाग 'द एशिया मैरीटाइम ट्रांसपेरेंसी इनीशिएटिव' (एएमटीआई) के अनुसार 29 मार्च को उपग्रह तस्वीर में पर्सेल द्वीप समूह में एक द्वीप पर जे-11 चीनी लड़ाकू विमान देखा गया।
एएमटीआई के निदेशक ग्रेग पोंलिग ने लड़ाकू देखे जाने पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि यह पहला मामला नहीं है लेकिन इस साल का यह पहला मामला है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस क्षेत्र में ऐसे ही और लड़ाकू देखे गए हैं।
पोंलिग ने बताया कि यह तो निश्चित नहीं है कि विमान कितनी देर वहां रहा परंतु दक्षिण चीन सागर के मानवनिर्मित द्वीपसमूहों पर ऐसे विमानों की सैन्य तैनाती हो चुकी है।
अमेरिका पहले भी यह बात कह चुका है कि वुडी द्वीप जो कि एक महत्वपूर्ण व्यापारिक गलियारा है, उसपर चीन द्वारा नियमित रूप से सैन्य तैनाती किए जाने से दक्षिण चीन सागर में उसकी नीयत पर सवालिया निशान उठना लाजिमि हैं। इस पर चीनी दूतावास ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की है। हालांकि सैन्यीकरण संबंधी अमेरिका के आरोपों को चीन पहले भी खारिज कर चुका है ।