नई दिल्ली। तेल खरीदने के चलते भारत और ईरान में बेहतर संबंध माने जाते हैं। लेकिन अब इस संबंध में खटास नजर आने लगी है, क्योंकि देश की सरकारी तेल रिफाइनर्स ने ईरान से खरीदने वाले कच्चे तेल में 20 फीसदी कटौती करने का फैसला लिया है। इसके पीछे वजह ईरान की ओर से तेल और गैस पर ज्यादा कीमत लेने के चलते ऐसा फैसला लिया गया है। बता दें कि ईरान से तेल खरीदने वाले देशों में चीन के बाद भारत दूसरे नंबर पर है। भारत अब हर दिन 1, 90, 000 बैरल ऑयल ही खरीदेगा।
भारतीय रिफाइनर्स ने ईरानीय नेशनल ऑयल कंपनी के प्रतिनिधियों को इस बारे में सूचित कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि फरजाद बी गैस फील्ड पर ईरान की ओर से अरुची देखा जा रही है, अगर वक्त से पहले इसे गंभीरता से नहीं लिया गया, तो कटौती और भी बढ़ सकती है।
मीडिया की खबरों के मुताबिक अभी भारत ईरान से 2,40,000 बैरल कच्चा तेल प्रतिदिन खरीदता है, लेकिन अब इसे 1,90,000 किया जा रहा है। हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि भारत इस भरपाई कैसे करेगा, लेकिन ईरान को भारत की ओर से इसे एक बड़ा झटका माना जा रहा है।