अमेरिका। उत्तर कैरोलीना के सांसदों ने ट्रांसजेंडर लोगों को उनकी मौजूदा लैंगिक पहचान के आधार पर शौचालय के इस्तेमाल से रोकने वाले महंगे और विवादास्पद कानून को उलट दिया है और इसे निरस्त करने और इसके स्थान पर किसी अन्य कानून को लेकर आने के लिए मतदान किया है। हालांकि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यह नया उपाय राज्य में सुरक्षाएं देने में विफल है।
इस कथित ‘बाथरूम बिल’ पर वर्ष 2015 में बहस हुई थी और तब से ही इसकी भारी आलोचना की जा रही थी। पिछले साल मार्च में इसे पारित कर दिया गया था। इसका स्थान लेने वाला विधेयक अब राज्य के डेमोक्रेटिक गवर्नर रॉय कूपर के पास हस्ताक्षर के लिए गया हुआ है।
यह कदम रिपब्लिकन सांसदों और कूपर के बीच हुए एक समझौते के बाद उठाया गया है जिसका उद्देश्य उत्तर कैरोलीना की उस नकारात्मक छवि को मिटाना भी था, जिसके चलते कई बड़े कारोबार राज्य से बाहर चले गए और कई बड़े खेल संगठनों ने प्रमुख खेल आयोजनों को राज्य से बाहर ही रखा।
उत्तर कैरोलीना में शुरूआती विधेयक ने पारंपरिक अमेरिका के परंपरावादियों कंजर्वेटिव और उदारवादियों लिबरल्स के बीच एक व्यापक सांस्कृतिक संघर्ष को सामने ला दिया था।
पिछले रिपब्लिकन गवर्नर द्वारा हस्ताक्षरित और एचबी2 कहलाने वाले कानून में कहा जाता था कि स्कूलों और सरकारी इमारतों में ट्रांसजेंडरों को अपने जन्म प्रमाणपत्र पर दर्ज लिंग के अनुरूप शौचालय इस्तेमाल करना होगा, न कि मौजूदा लैंगिक पहचान के आधार पर।