वॉशिंगटन। अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) राष्ट्रपति चुनाव के दौरान तत्कालीन रिपब्लिकन उम्मीदवार और मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम के सदस्यों के रूसी अधिकारियों के साथ संपर्क में होने के आरोपों की जांच कर रही है। नेशनल सिक्यूरिटी एजेंसी (एनएसए) के एक पूर्व विश्लेषक का कहना है कि इस जांच के कारण ट्रंप को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ सकता है। पूर्व रक्षा विशेषज्ञ और काउंटर इंटेलिजेंस अधिकारी जॉन शिंडलर ने कहा कि अगर इस मामले में ट्रंप पर अभियोग चलता है, तो यह उनके व्हाइट हाउस कार्यकाल का अंत होगा।
ट्रंप पर ये हैं आरोप
ट्रंप पर आरोप है कि उनकी चुनाव अभियान टीम के कुछ सदस्य रूस के साथ संपर्क में थे। रूस पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश करने के साथ-साथ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के ईमेल अकाउंट व पार्टी के कम्प्यूटर्स को हैक करने का भी आरोप है।
ट्रंप कर रहे हैं 'कवर अप' की कोशिश?
कांग्रेस की एक समिति भी इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन यह सार्वजनिक नहीं है। कुछ हलकों में यह चर्चा भी है कि शायद ये सभी जांचें बेनतीजा रहें। वॉटरगेट स्कैंडल की खबर सामने लाने वाले पत्रकारों में शामिल रहे कार्ल बर्नेस्टिन ने दावा किया है कि ट्रंप अपनी टीम के सदस्यों के रूस के साथ संबंधों को छुपाने और इसे ‘कवर अप’ करने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व मैनेजर पर गंभीर आरोप
ट्रंप के पूर्व चुनाव अभियान मैनेजर पॉल मानाफोर्ट पर आरोप है कि वे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते थे। एफबीआई अपनी जांच में पॉल पर काफी फोकस कर रही है। शिंडलर ने कहा कि मुझे लगता है कि ट्रंप अपनी टीम के एक सदस्य को सरकारी गवाह बनने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।