लंदन। ब्रिटिश संसद पर हमला करने वाले व्यक्ति की पहचान पुलिस ने 52 वर्षीय सजायाफ्ता एड्रियन रसेल अजाओ के रूप में की है जिसमें इस्लाम कबूल करने के बाद खालिद मसूद नाम अपना लिया। स्कॉटलैंड यार्ड के कार्यवाहक उपायुक्त और आतंकवाद-निरोधी ईकाइ के प्रमुख मार्क रावले ने बताया कि मसूद की प्रेरणा, तैयारियों और उसके सहयोगियों का पता लगाने के लिए चलाए जा रहे तेज गति आतंकवादी-निरोधी अभियान का शीर्षक ऑपरेशन क्लासिफिक रखा गया है।
उन्होंने कहा आतंकवाद निरोधी कमांड जांच-- ऑपरेशन क्लासिफिक--जारी है। इसमें आतंकवाद निरोधी इकाइयों के सैकड़ों अधिकारी शामिल हैं... हमने मारे गए आतंकवादी की पहचान खालिद मसूद के रूप में की है-- हमारा कहना है कि उसके कई सहयोगी हैं...अब हमें जन्म के वक्त उसे दिया गए नाम एड्रियन रसेल अजाओ की जानकारी है।
जनता से अपनी अपील में रावले ने कहा हम ऐसे किसी भी व्यक्ति से सूचना पाने का बहुत उत्सुक हैं जो खालिद मसूद को अच्छे से जानता था, जो समझता है कि उसके सहयोगी कौन थे, और हाल ही में वह कहां-कहां गया था, इसकी सूचना मुहैया करा सकते हैं। उन्होंने कहा ऐसे लोग भी होंगे जिन्हें मसूद को लेकर चिंता रही होगी,
लेकिन शायद उन्हें पक्का विश्वास नहीं था या फिर किसी भी कारण से उन्हें हमें सूचना देने में सही नहीं लगा होगा। यह अपील ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब, एक श्वेत माता और अश्वेत पिता के पुत्र, ब्रिटिश स्कूलीछात्र की तस्वीर सामने आयी है, जिसने अतीत में चाकू से हिंसा करने का अपराध किया है।