पेशावर। पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी सीमा की जांच चौकियों पर अफगानिस्तान के आतंकवादियों ने हमला कर पांच पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या कर दी है।
पाकिस्तानी सेना ने यह जानकारी दी। सेना ने आरोप लगाया कि पड़ोसी देश इस तरह की हिंसा पर लगाम लगाने में विफल रही है। ऐसी घटनाओं के कारण दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव है और दोनों एक-दूसरे पर तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने से रोकने में विफल रहने के आरोप लगाते रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना की प्रेस इकाई ने एक वक्तव्य में कहा कि रविवार रात सीमा पार से आतंकवादियों ने सुरक्षा चौकियों पर हमले किए। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना ने दस आतंकवादियों को मार डाला। सेना ने इस घटना के बाद अफगानी अधिकारियों से सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ाने को भी कहा है।
वक्तव्य में कहा गया, आतंकवादी आम खतरा हैं और उन्हें सीमा पर कार्रवाई की स्वतंत्रता से वंचित किया जाना चाहिए। अफगानिस्तानी सरकार ने पाकिस्तान के वक्तव्य पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है।
एक तालिबानी गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह पाकिस्तान में फैले "इस्लाम के दुश्मनों" के खिलाफ पिछले माह शुरू किए गए अभियान का हिस्सा है। पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए गुट जमात-उर-अहरर के प्रवक्ता असद मंसूर ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि इस हमले में इसके केवल पांच हमलावर जख्मी हुए हैं और कोई भी नहीं मारा गया।
विदेश कार्यालय ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में अफगान दूतावास के उप प्रमुख को तलब किया और उनसे अफगानिस्तान की सीमा में सक्रिय आतंकवादियों पर शिकंजा कसने का अनुरोध किया। पाकिस्तान के मुताबिक गत माह हुए हमलों में मारे गए 130 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार पाकिस्तानी आतंकवादी अफगानिस्तान की सीमा पर शरण ले लेते हैं।