इस्लामाबाद। पाकिस्तान एयरलाइंस आए दिन अजीबोगरीब कारनामा कर रहा है। इस बार सऊदी अरब की फ्लाइट पर सीट फुल होने के बाद भी 7 अतिरिक्त यात्रियों को सीट पर बिठाने के बजाय गलियारे में खड़ा करके ले गए।
यह फ्लाइट कराची से सऊदी अरब के मदीना के लिए जा रही थी। 20 जनवरी को हुई लापरवाही की जानकारी एयरलाइंस के प्रवक्ता ने एक मीडिया हाउस को दी है।
अखबार ने लिखा है कि इन सातों यात्रियों को हाथ से लिखे गए बोर्डिंग पास जारी किए गए थे। लापरवाही की जानकारी पर एयरलाइंस के प्रवक्ता दान्याल गिलानी ने कहा कि मामले की जांच हो रही है और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी। हालांकि, यह तय नहीं है कि जांच रिपोर्ट कब तक आएगी।
एविएशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि फ्लाइट में अतिरिक्त यात्रियों के साथ सफर करने में आपातकाल में विमान को खाली कराने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही विमान में जरूरत से अधिक यात्रियों की वजह से फ्लाइट पर अवांछित घटनाएं घटने की आशंका बढ़ जाती है।
अखबार और कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह पता चला है कि यह पहला मामला है, जब किसी फ्लाइट पर क्षमता से ज्यादा लोगों को सवार किया गया हो। 409 यात्रियों की क्षमता वाली इस फ्लाइट में कुल 416 यात्री सवार थे। एक छोटी-सी गलती होने पर सभी यात्रियों को जान भी जा सकती थी। बता दें कि दिसंबर 2016 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का एक विमान पेशावर में क्रैश कर गया था और इस फ्लाइट पर सवार सभी 48 यात्री अपनी जान गवां बैठे थे।
पाकिस्तान एयरलाइंस के द्वारा हुई लापरवाही में एक बड़ी बात यह भी थी कि उड़ान के पहले तक अतिरिक्त यात्रियों के बारे में फ्लाइट के कैप्टन अनवर आदिल को भी नहीं पता थी। उन्हें फ्लाइट टेक-ऑफ करने के बाद यह जानकारी दी गई। पाकिस्तान के डॉन अखबार से हुए इंटरव्यू में फ्लाइट कैप्टन अनवर ने बताया कि उड़ान भरने से पहले उन्हें इसके बारे में नहीं बताया गया।
उड़ान के बाद तात्कालिक लैंडिंग संभव नहीं थी। ऐसा करने से ढेर सारा इंधन लगता और यह एयरलाइंस के हित में नहीं था। इस जानकारी के बाद ही अखबार ने सिविल एविएशन अथॉरिटी पर यात्रियों की जिंदगियों को खतरे में डालने का आरोप लगाया हैं।