वाशिंगटन/लंदन। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO द्वारा बुधवार को एक साथ 104 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किए जाने की उपलब्धि की विश्व मीडिया ने तारीफ की है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी है। बहुत कम खर्च पर मंगलयान छोड़ने के बाद एक साथ 104 उपग्रहों की रिकॉर्ड लांचिंग करने वाले इसरो के कारनामे को पूरी दुनिया ने सराहा है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया का कहना है कि भारत अंतरिक्ष आधारित सर्वेलंस और संचार के तेजी से बढ़ते वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनकर उभरा है। ISRO ने बुधवार को पीएसएलवी-सी37 के जरिए श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से कुल 104 उपग्रह प्रक्षेपित किए, जिनमें से 96 उपग्रह अमेरिका के थे। इससे पहले रूस ने एक रॉकेट से 37 उपग्रहों को लॉन्च कर रिकॉर्ड बनाया था।
किसने क्या कहा -
द न्यूयाॅर्क टाइम्स - एक दिन में उपग्रहों के प्रक्षेपण के पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले करीब 3 गुना ज्यादा, 104 उपग्रहों को प्रक्षेपण के बाद उनकी कक्षाओं में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया।
सी.एन.एन. - अमेरिका और रूस की प्रतिद्वंद्विता को भूल जाएं। अंतरिक्ष के क्षेत्र में वास्तविक दौड़ तो एशिया में हो रही है।
लंदन का टाइम्स अखबार - भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में प्रभावशाली देशों के समूह में शामिल होने के लक्ष्य को स्पष्ट कर दिया।
गार्जियन - नया रिकाॅर्ड बनाने वाला यह प्रक्षेपण तेजी से बढ़ते निजी अंतरिक्ष बाजार में गंभीर पक्ष के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत बनाएगा।
बी.बी.सी - भारत अरबों डॉलर के अंतरिक्ष बाजार में बड़ा खिलाड़ी बनकर उभर रहा है।
चीन की शिन्हुआ एजेंसी - भारत ने रूस का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है।