वाशिंगटन। निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस्राइल और फलस्तीन के बीच संघर्ष पर चिंता जताते हुए कहा कि इस मामले में यथास्थिति बनी नहीं रह सकती और यह दोनों देशों के अलावा अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।
ओबामा ने कल राष्ट्रपति के रूप में अपने अंतिम संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं इस्राइल-फलस्तीन मुद्दे पर बेहद चिंतित हूं। चिंतित इसलिए भी हूं क्योंकि इस मामले में यथास्थिति बनी नहीं रह सकती और यह हालात इस्राइल के लिए खतरनाक हैं, फलस्तीन के लिए, क्षेत्र के लिए और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने कार्यभार संभाला था तब वह इस्राइल और फलस्तीन के बीच गंभीर शांति वार्ता को प्रोत्साहन देने के लिए बहुत कुछ करना चाहते थे और इसके लिए उनके प्र्र्रशासन ने इन आठ वर्षों में काफी समय और उर्जा लगाई।
उन्होंने कहा, अंतत: यह बात हमेशा से स्पष्ट थी कि हम किसी भी पक्ष पर शांति के लिए दबाव नहीं डाल सकते, हम उन्हें एक मंच प्रदान कर सकते हैं और प्रोत्साहित कर सकते हैं लेकिन उन्हें बाध्य नहीं कर सकते। इस मुद्दे पर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के रूख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस पर उनकी अपनी नीति होगी।
उन्होंने जोर दे कर कहा कि दो राष्ट्र वाले समाधान का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बात उन्होंने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कही है। उनके अनुसार, उन्होंने दोनों पक्षों से यह कहा है।